सर्दियों से बचने के लिए और खुद को गर्म रखने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय करते है। वहीं सर्दियों में कुछ लोग ठंड से बचने के लिए हीटर का इस्तेमाल करते है। बढ़ती ठंड से बच्चों को बचाने के लिए मां-बाप छोटे छोटे बच्चों को हीटर के सामने बिठाना शुरू कर देते है। लेकिन क्या ऐसे लोग इसके फायदा या नुकसान से रूबरू है। अगर नहीं है तो आइए आज हम आपको बताते है. इसपर क्या है एक्सपर्ट की राय और कैसे करे हम इन चीझो का इस्तमाल।
1. शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हवा में नमी का होना बहुत जरूरी है।लेकिन जब आप हीटर का इस्तेमाल करते है तो यह हवा की सारी नमी खत्म कर देता है जिसके कारण हवा रूखी हो जाती है। जिस के कारण बच्चों की त्वचा और शरीर में भी सूखापन आ जाता है। अगर बच्चा ज्यादा देर तक हीटर के सामने रहता है तो बच्चे को रक्तस्राव भी हो सकता है।
2. सर्दी के दौरान हीटर का इस्तेमाल कमरे में काफी गर्मी कर देता है, जिसे बच्चे का शरीर सहन नहीं कर पाता। इसी दौरान बच्चे को घुटन महसूस हो सकती है और उसे सांस लेने में तकलीफ भी हो सकती है। बच्चे के लिए हीटर की गर्मी झेलना मुश्किल होता है।
3. ऐसा देखा गया है कि छोटे बच्चे को बार बार अलग-अलग तापमान में रखा जाता है तो उसका स्वास्थ्य खराब होने लगता है। इसीलिए जब आप हीटर या ब्लोअर चलाते है तो आपका कमरा गर्म हो जाता है और उसे बंद करने के बाद कमरे का तापमान सामान्य हो जाता है, तापमान में यही उतार-चढ़ाव बच्चे के स्वास्थ्य पर सीधा असर डालता है।
सावधानियां
- बच्चे को कमरे में लाने से पहले हीटर को चलाकर कमरा गरम कर लेना चाहिए।
- हीटर को चालू करे तो कुछ देर खिड़की और दरवाजे खुले रखे।
- ब्लोअर हिटर के इस्तेमाल के दौरान कमरे में गीले तकिए रखनी चाहिए जिससे हवा में नमी बनी रहे।
- बच्चों को हीटर के सामने लाने से पहले उनके शरीर पर तेल लगाएं जिससे बच्चे के शरीर में पर्याप्त मात्रा में नमी बनी रहे।